नेशनल मेडिकल कलेज के एगो दोसर लापरवाही, कोरोना परीक्षण के रिपोर्ट आवे से पहिले मृतक केलास देहलख

वीरगंज ११ जेठ

वीरगंज स्थित नेसनल मेडिकल कलेज मे ईलाज के समय मे मृत्यु भईल बारा के ७० बरीस के एगो बुढ के लास कोरोना परीक्षण के रिपोर्ट आवे से पहिले आफन्त के जिम्मा लगवले बा ।

क्षयरोग, दम आ निमोनिया से ग्रसित बुढ के उनकर परिवार जेठ २ गते अस्पताल के भेन्टिलेटर मे भर्ना करवले रहलन ।

भेन्टिलेटर मे राखे से पहिले बुढ के कोरोना परीक्षण के खातिर स्वाब संकलन करके नारायणी अस्पताल मे पठावल गईल रहे ।

माकिर स्वाब परीक्षण के रिपोर्ट आवे से पहिले जेठ ४ गते रात के बुढ के मृत्यु भईल रहे ।

अस्पताल से बुढ के लास परिवार के जिम्मा लगईला के बाद मृतक के आफन्त भी धार्मिक परम्परा मुताविक उनकर अन्त्येष्टि कईले बा ।

नेसनल मेडिकल कलेज के सञ्चालक बसरुद्दिन अन्सारी मृतक के रिपोर्ट आवे मे देरी भईला के बाद लास आफन्त के जिम्मा लगावल गईल बतवनी ।

अन्सारी कहनी कि, “मृतक के लास अस्पताल मे बहुत दिन राखला पर समस्या आ सकता ।

रिपोर्ट के इन्तजार कईला के बाद भी ना अईला पर हमनी लास आफन्त के जिम्मा लगावे मे बाध्य भईल बानी” कहके गैरजिम्मेवार जवाफ देहले बानी ।

एने नारायणी अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेन्डेन्ट डा. मदन उपाध्याय उ बुढ के स्वाब वीरगंज मे परीक्षण कईला पर रिपोर्ट शंकास्पद देखल गईला के चलते फेनु परीक्षण के खातिर काठमाण्डु स्थित केन्द्रीय प्रयोगशाला टेकु पठावल गईल बतवनी ।

डा. उपाध्याय कहनी कि, “हमनी के अस्पताल के प्रयोगशाल मे उ बुढ के स्वाब परीक्षण कईला पर शंकास्पद देखल गईल ।

ओहिसे कन्फर्म करे खातिर टेकु पठावल गईल बा, रिपोर्ट के आवेके बाँकी बा ।”

कोरोना परीक्षण के रिपोर्ट ना आवते मृतक के लास आफन्त के जिम्मा लगावल नियमसंगत ना रहल डा. उपाध्याय बतवनी ।

पर्सा के सहायक प्रमुख जिल्ला अधिकारी ललितकुमार बस्नेत घटना के बारे जानकारी मिलला के बाद आउर अनुसन्धान अगाडि बढावल प्रतिक्रिया देहनी ।

उ कहनी कि, “हमरा सञ्चारमाध्यम से घटना के बारे मे जानकारी मिलल बा । ई बारे मे नारायणी अस्पताल के मेसु डा. उपाध्याय से जानकारी लेहले बानी ।

अनुसन्धान के समय मे अस्पताल लापरवाही कईल मिलला पर कारबाही होखी ।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: यो समाग्री सुरक्षित छ ।