का नेपाल मे अब राजतन्त्र के जरुरत बा ?

जब तक राजतन्त्र रहल तब तक बाहरी कवनो भी ताकत नेपाल के आँख ना देखावल, ना नेपाल के हिला सकल । लगभग दुनिया के बहुत अईसन राज्य मे ब्रिटिस सासन भईला के बाद भी ब्रिटिस सासक नेपाल के कवनो भी क्षेत्र के हासिल ना कर सकल ।
ब्रिटिस सासक के दुर भगावेवाला नेपाल के नेपाली जनता आ सैनिक के बहादुरी पुरा दुनिया जान रहल बा । पुरा दुनिया मे बहादुरी देखावेवाला नेपाली आज राजतनत्र के इन्तजार मे रहल बाडन ।
आज से १९ बरीस पहिले बाहरी ताकत के मिलीभगत मे राजा स्व. बिरेन्द्र के पुरा बंश नास भइल ।
स्व. राजा बिरेन्द्र के बंश नास भइला के साथ साथे बहरी ताकत दिन प्रतिदिन सक्रिय भइला के बाद लगभग तिन बरिस के बाद राजा ज्ञानेन्द्र के भी अपना जनता के भलाही खातिर राजगदी छोड देहलन । तब से ही जनता के काला दिन सुरु हो गइल बा ।
राजा के शासण मे जनता खातिर अनेक प्रकार के कलकारखाना सुरु रहे । राजतन्त्र के बिनास भइला के साथ– साथे अनेक प्रकार के कलकारखाना धीरे – धीरे बन्द होगइल ।
व्यपार व्यवसाय मे बहुत गिरावट भइला से अनेक प्रकार के बेरोजगारी बढल । राजन्त्र मे कबो भ्रष्टाचार के नामो निसान ना रहल ताकत आज नेपाल के बहुत बडका ताकत के रुप मे बढ रहल बा ।
भ्रष्टाचार के चलते नेपाल मे रहल सब से बडका कारखाना के रुप मे रहल बीरगंज चिनि कारखाना, बीरगंज सिगरेट कारखाना, जनकपुर सिगरेट कारखाना, जुट कारखाना, धागा कारखाना, लेदर कारखाना लगायत अनेकन कारखाना बन्द भइला से किसान मे चिनता बढला के साथे बेरोजगारी के समस्या बढ गइल ।
हाजरो हजार के रोजगार देवेवाल कारखाना बन्द भइला से नेपाली नागरिक के अनेक प्रकार के समस्या के सामना करे के पड रहल बा ।
आपन देश मे रोजगार ना भइला से नेपाल के पढल लिखल नेपाली जनता के बिदेश जाए के अवस्था आ रहल बा ।
बिदेश मे खुनपसिना बहा के कमा रहल पइसा के भी नेपाल मे कवनो प्रकार के सदुपयोग ना हो रहल बा । बिदेश मे खुनपसिना से कमाईल पइसा पर भी भ्रष्टाचार भइला से नेपाली जनता मे निरासा बढ रहल बा ।
अभी के अवस्था देखल जाँव त नेपाल मे भ्रष्टाचार आपन चरम सिमा पर पहुच गइल बा । भ्रष्टाचार के खतम करे खातिर राजतन्त्र बहुत जरुरी रहल बा ।
राजतन्त्र जब तक रहे तब तक कवनो प्रकार के भ्रष्टाचार ना रहे । भ्रष्टाचार नाम से डराएवाला कर्मचारीलोग आज भ्रष्टाचार मे लिप्त हो रहल बाडन ।
भ्रष्टाचार दुनीया के सब से बडका बेमारी ह जवन धिरे–धिरे पुरा दुनिया के अपना चपेटा मे ले लेले बा ।
पर दुनिया के बहुत अइसन जगह बा जाँहा भ्रष्टाचार साबित भइला के बाद पुरा भ्रष्टाचारी के पुरे सम्पत्ति जफत होला ।
लेकिन नेपाल मे अइसन नियम ना भइला के चलते दिन–प्रतिदिन दोब्बर हो रहल बा ।
नेपमल मे जब तक राजतन्त्र रहे तब तक भ्रष्टाचार दुर रहे । नेपाल मे राजतन्त्र आई तब से ही भ्रष्टाचार तन्त्र खतम होजाई ।
भ्रष्टाचार तन्त्र खतम भइला से नेपाली जनता मे फिर से खुसियाली आइ । नेपाल मे रोजगारी बढी । नेपाली जनता मे खुसहारी आई, नायाँ उमङ्ग आई, जोश आ पुरा ताकत के साथ काम कारवाही सुरु होखे लागी ।
नेपाल के शान के रुप मे रहल अनेक प्रकार के कलकारखाना मे फिर से रोजगारी सुरु होखी कह के नेपाली जनता विश्वास कर रहल बाडन । राजतन्त्र के विश्वास पर ही अभी तक जनता अभी तक जी रहल बा ।
राजतन्त्र अभी भी नेपाली जनता खातिर बहुत जरुरी रहल बा । नेपाल के आन, बान, शान खातिर राजतन्त्र बहुत जरुरी रहल बा । राजतन्त्र मे देश आ जनता के बिकास होखी ।
नेपाली जनता के पुरा काम करे के छुट होखी । नेपाल मे काम करे के छुट भइला के साथ साथे पुरा अजादी भइला से नेपाल के हरेक नेपाली पुरा दुनिया मे नेपाल के नाम हुत उपर तक पहुचाही ।
जइसे पुरा दुनिया मे इतिहास रचेवाला माउन्ट एभरेष्ट बा ओइसही हरेक नेपाली पुरा दुनीया मे इतिहास रचे के हिम्मत रख रहल बा । नेपाली जनता के काम करेके पुरा छुट ना भइला के चलते नेपाल मे बेरेजगारी बढत जा रहल बा ।
कवनो भी नेपाली जतना ठिक से काम करे के कोसिस करत बाडन उनका के निचा गिरावे खातिर, लुटे खातिर अनेक प्रकार के अवरोध कर रहल बाडन ।
उदाहरण के रुप मे देखल जाँव त नेपाल के अजोर बनावेवाला महान आदमी कुलमान घिसिङ, माहाबिर पुण लगायत बहुत अइसन काबिल होनहार जवानलोग घर बइठल बाडन ।
काहे की नेपालमे नाताबाद आ पइसा बाद भइला के चलते नेपाल दिनप्रतिदिन पिछाडि पड रहल बा ।
बाकी बात हमनी नेपाली जनता के उपर बा । राजतन्त्र चाही की ना ?
नेपाल मे कोरोना के चलते जान जाएवाला आदमी से जादा आम आदमी के जान जा रहल बा ।
नेपाल मे हो रहल राजनितीक कलह के चलते मेडिकल माफिया सक्रिय भइल बाडन । मेडिकल माफिया के चलते आम आदमी के इलाज ना हो रहल बा ।
इलाज के आभाव मे दिनप्रति दिन जान जा रहल बा । साधारण इलाज ना भइला के चलते अस्पताल के गेट पर ही आदमी के जान जा रहल बा ।
मौसम परिवर्तन के चलते सधारण फ्लु के इलाज ना भइला से भी आदमी के जान जा रहल बा । नेपाल मे रहल सम्बन्धित निकाय मैन भइला से मेडिकल माफिया सक्रिय हो रहल बाडन ।
कोरोना के प्रकोप के चलते आम आदमी के दैनिकी मे कठिनाइ हो रहल बा । समाज सेवा के रुप मे खाडा भइल समाजसेवी लोग भी कवनो प्रकार के काम कारवाही प्रभावकारी ना कइला से भी जनता मे निरास बढ रहल बा ।
तीन तह के सरकार भइला के बाद भी जनता के कवनो प्रकार के सुबिधा ना भइला से जीवन दिन प्रतिदिन कष्टकर हो रहल बा ।
नाम खातिर मात्र रहल तीन तह के सरकार के काम कारवाही देखल जाँव त बिकास के काम से जादा भ्रष्टाचार मे लिप्त रहल बाडन । भ्रष्टाचार बढला से आम आदमी के उपर दोहरा मार पड रहल बा ।
चुनाव के समय मे अनेक प्रकार के भाषण देवेवाला नेता लोग अभी दुःख के समय मे अपना घर मे लुकाइल बाडन ।
अभी के अवस्था मे देखल जाँव त मात्र पर्सा जिल्ला मे ४ गो निर्वाचन क्षेत्र रहल बा । चारु क्षेत्र से जित के गइल नेता लोग अपना क्षेत्र मे कवनो प्रकार के सेवा सुविधा पुगावे ना सकल बाडन ।
आपना क्षेत्र के समस्या समाधान करे के वादा कइल नेतालोग अभी लुकाइल बाडन । कोरोना के माहामारी मे हो रहल समस्या के समाधान के रास्ता निकालल बहुत जरुरी रहल बा ।
कोरोना के समय पर समस्या के समाधान ना भइला पर आउर अवस्था खराब हो सकी, जवना के फलस्वरुप अनेक प्रकार के द्वन्द्व, हत्या, हिंसा, लुटपाट होखे के सम्भावना भइला से समय पर समाधान कइल जरुरी रहल बा ।
एक सचेत नेपाली के हैसियत से हरेक क्षेत्र, समाज, परिवार से आपन आपन योगदान देहल जरुरी रहल बा । हरेक नेपाली से भोजपुरी टाईम्स दैनिक के निहोरा बा कि आपन क्षेत्र से योगदान कर के देश विकास मे सहजोग करी ।
– वीरगंज–१९, बर्वागोग, पर्सा