पर्सामे सामाजिक सद्भाव कायम राखत ईद मनावल गईल भोटा. संवादद

पर्सामे सामाजिक सद्भाव कायम राखत ईद

वीरगंज २९ चईत

पर्सा जिल्ला मे भी इस्लाम समुदाय ईद–उल–फित्र (ईद) सामाजिक सद्भाव कायम राखत मनवले बाडन । इस्लाम समुदाय पर्सा मे रहल ईदगाह तथा मस्जिद मे नमाज (प्रार्थना) करत पर्व मनवले बाडन ।

वीरगंज महानगरपालिका–२ स्थित ईदगाहचोक मे हजारो सङ्ख्या मे रहल मुस्लिम समुदाय से एकापस मे खुसी साटासाट करके ईद मनवले बाडन ।

वीरगंज के आउर समुदाय के धर्मावलम्बी से भी एकापस मे शुभकामना आदानप्रदान कईले बाडन ।
वीरगंज–२ छपकैयाँ के शाहिद मियाँ सिद्धिकी चाडपर्व के सामाजिक सद्भाव कायम करेवाला माध्यम के रूप मे अगाडि बढावेके बतवनी ।

“वीरगंज मे हिन्दू, मुस्लिम, शिख लगायत के समुदाय के आदमी एकापस मे सद्भाव कायम करके रहत आ रहल बाडन”, उ कहनी, “हमर हिन्दू तथा शिख समुदाय के साथीलोग ईद के शुभकामना देहला के साथे आपन चाडपर्व मे भी बोलावेलन । हमनी भी ईद मे उलोग के बोलावल जाई ।”

दुनु समुदायबीच शुभकामना साटासाट करत आ रहल सिद्धिकी के कहनाम बा । कउनो भी चाडपर्व के आपसी भाइचारा आ सामाजिक सद्भाव कायम करेवाला किसिम से अगाडि बढावल जरुरी रहल उ जोड देहनी ।

वीरगंज के मस्जिद तथा ईदगाह मे लईका से ज्येष्ठ नागरिक उमिर समूह के मुस्लिम समुदाय के आदमी के सहभागिता रहल रहे । साथे शारीरिकरूप मे अपाङ्ग तथा अशक्तसब भी नमाज करे खातिर ईदगाह तथा मस्जिद मे सहभागी भईल रहलन ।

“हमनी ईद के अवसर मे एक महिना तक भुखे रहके रोजा ‘व्रत’ कईनी । अब नमाज पढके रोजा तुरले बानीसन्”, मुस्लिम समुदाय के अगुवा सहवीर अहम्मद कहनी, “आजु हमनी घर मे इष्टमित्र बोलाके सेबई आ आउर बढिया परिकार खाए आ खियावेके परम्परा रहल बा ।”

उनका मुताविक मुस्लिम समुदाय आपन आम्दानी के दु दशमलव पाँच प्रतिशत रकम दुःखी तथा अनाथ के सहजोग करेवाला परम्परा भी रहत आईल बा । ईद के दिन मुस्लिम समुदाय के बर्तालु सबेरे मस्जिद आ ईदगाह मे पुग के सामूहिक नमाज पढके खुद तथा आपन परिवार के ओरी से भईल गल्ती के क्षमायाचना करत अल्लाह (भगवान्) से आशीर्वाद लेवेलन ।

वीरगंज मे करिब तीस हजार के हाराहारी मे मुस्लिम समुदाय रहल अनुमान कईल बा । वीरगंज मे ईदगाहचोक, छपकैया, मुली, नगवा, नयकाटोला लगायत जगहा मे पुग के नमाज पढके दुवा अर्थात् आशीर्वाद माँगल दृश्य देखल जात रहे । नमाज पढला के बाद मुस्लिम समुदाय एकापस मे गले मितल ईद के शुभकामना आदान प्रदान करके ई पर्व मनवले बाडन

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