मछली उत्पादन आ रोजगारी सम्बन्ध मे विशेष चर्चा डाक्टर सुरेन्द्र यादव संगे

बारा जिल्ला मे बहुते किसान सब मछली खेती आ व्यापार ओर लागरहल बा नेपाल मे मछली के माग के अधिक पूरा करहल बा अउर रोजगारी मिलल ओही विषय मे प्रधानमन्त्री कृषि आधुनिकिकरण परियोजना परियोजना कार्यान्वयन इकाई बारा के प्रमुख डाक्टर सुरेन्द्र यादव संगे भोजपुरी टाइम्स दैनिक के बारा प्रतिनिधि प्रभु यादव से कईल बातचित ः

१) राउर परिचय डाक्टर साहेब ?

– हमर नाम डाक्टर सुरेन्द्र यादव ह । २०६६ साल सावन ११ गते से पशु विकास अधिकृत मे क्षेत्रिय पशु सेवा निर्देशनालय सुर्खेत से सरकारी सेवा मे सुरू कर के मुगु, मकवानपुर, काठमाण्डु, सिरहा जिल्ला मे काम कर के बारा मे डेर बरी से प्रधानमन्त्री कृषि आधुनिकिकरण परियोजना परियोजना कार्यान्वयन इकाई के प्रमुख के रूपमे कार्यरत बानी ।

२) प्रधानमन्त्री कृषि आधुनिकिकरण परियोजना परियोजना कार्यान्वयन इकाई मे कईसन सेवा देहल जारहल बा ?

– चार बरीस से बारा जिल्ला मे मछली सुपर जोन के रूप मे किसान सब के मछली के उत्पादन करेवाला बननवेवाला पोखरा मे प्राविधिक आ सरकारी अनुदान मे यान्त्रिकरण सहयोग करत आईल बा अब ई वरीस से दूध डेरी आ केरा खेती जोन थप भईल बा ।

३) मछली किसान लोग के खातिर जोन से कइसन कइसन सहयोग कईल जारहल बा ?

– किसान लोग मछली उत्पादन करेला इक्छुक रहल बा ओलोग के पोखरा खने मे सरकारी अनुदान मे आर्थिक सहजोग, प्राविधिक सहजोग करत आरहल बा । जवन किसन लोग मछली पालन कईले बा उ लोग के पानी के गुणस्तर जाँच करे के पोखरा मे अकसिजन के समस्या ना आवेदेवेला यन्त्र सब पानी के निकास ना भईल जगह मे साना सिचाइ के बोरिङ, मोटर, पम्पीसेट लगायत के सरकार के अनुदान आ किसान के १५ प्रतिशत के सझदारी लागानी के सहयोग मे देहल गईल बा ।

४) किसान के मछली पालेवाला पोखरा मे कईसन प्राविधिक सहयोग कईल जारहल बा ?

– मछली किसान लोग के लेल बहुत सन्दर्भिक बात बा पहिले बारा जिल्ला मे मछली पोखरा रहल कुछ किसान लोग ठेक्कापट्टा मे लेके उत्पादन करत आरहलन पोखरा के पानी चेकजाँच करेला जनकपुर नात हेटौंडा जाएके परत रहल अभि बारा के कलैया मे सुपर जोन के कार्यालय मे प्रयोगशाला सञ्चालन भईल बा जवना मे पोखरा के पानी के गुणस्तर नाप जाँच कर के मछली उत्पादन बढावेला चाहेवाला समाग्री देहल जायेके सल्लाह सुझाव देहल जाला इ बरीस से रोग निदान करे मे प्रभावकारी होखे खातिर प्रयोगशाला मे पानी के गुणस्तर जाचकरेके काम सुरू भईल बा ।

५) अभि तक केतना किसान के प्रयोगशाला से सेवा देहल गईल बा ?

पहिलका बरिस पाँच सय जने के पानी के गुणस्तर चेकजाँच कईल गईल इ बरीस रोग निदान के खातिर चेकजाँच बढला से एक हजार किसान के सेवा प्रवाह करे के लक्ष्य राखल गईल बा ।

६) बारा जिल्ला मे अभि तक केतना किसान सब सुपरजोन से लाभान्वित बनल बा ?

– मछली सुपर जोन से हरेक बरीस पाँच सय किसान के सेवा प्रवाह करेके मछली उत्पादन आ व्यवसायी बनावे के लक्ष्य लेके काम कईल चार वरीस मे तीन हजार किसान लाभान्वित भईल बाडन आ आठ सय हेक्टर मे पोखरा खनाईल बा ।

७) बारा मे केतना मछली उत्पादन होरहल बा ?

– नेपाल मे राष्ट्रिय उत्पादन एक लाख मेट्रिकटन हरेक बरीस होरहल तथ्यांक रहल बा ओमेसे बारा जिल्ला के एक तिहाइ करिब ३२ हजार मेट्रिकटन मछली उत्पादन होरहल बा ।

८) बारा मे उत्पादन भईल मछली कहाँ कहाँ विक्री होरहल बा ?

– बारा जिल्ला मे उत्पादन भईल मछली स्थानीय मे ३० प्रतिशत, नेपाल से जुरल सिमाना भारत मे १० प्रतिशत आ बाकी रहल ६० प्रतिशत राजधानि सहित मुख्य सहर मे ६० प्रतिशत विक्री होरहल बा ।

९) मछली के व्यापार कईसन किसिम से होरहल बा ?

– बारा जिल्ला से स्थानीय जगह मे मछली विक्री जिन्दा होखेला माकिर बाहर बडका बडका सहर जिन्दा मछली के माग बढला से किसान लोग के मछली लेजाएवाला व्यापारी लोग बहुत जोखिम से पहुचावत रहल लेजायेवाला मछली मेसे ६० प्रतिशत मरे के जोखिम रहल रहे ई बरीस से जिन्दा मछली के पूर्वधार बननवल गईल हवे सरकारी लागत अनुदान ४० प्रतिशत आ निजि ६० प्रतिशत मे तयार कर के सञ्चालन मे आईल बा अब ८० प्रतिशत जिन्दा मछली के व्यापार होसकत बा २० प्रतिशत मातरे जोखिम रहल बा जवना से जिन्दा मछली के व्यापार बढ सकता ।

१०) मछली उत्पादन से किसान सब के आम्दानी केतना होरहल बा ?

– एक विगहा मे पनियाव भईल पोखरा मे बरीस के दु लाख से दु लाख ५० हजार तक खर्चा कटा के आम्दानी होरहल बा ।

११) कवन कवन मछली पालन किसान लोग करहल बा ?

– बारा जिल्ला मे कारप जात के मछली जईसन कमन कारप, विग्रेड कारप, सिल्वर कारप, ग्रास कारप, नैनी, रोहु, ईजराईल जात के उत्पादन करहल बा ।

१२) कम लागत मे अधिक मछली उत्पादन कइसे करल जा सकल जाता ?

– बारा जिल्ला मे किसान लोग एगो पोखरा मे छव किसिम के मछली मिला के अधिक पालन करहल बा जवना से उत्पादन लेवेके चाहिँ उ ना होरहल बा । तीन तह के अधार मे मछली यदी पालन करे लोग तब कम खर्चा मे अधिक उत्पादन लेसकत बा जईसन ग्रास कारप, विग्रेड आ इजराईल के बच्चा लगावाला पर ग्रस घाँस खाके पैखाना कईला पर विग्रेड आ इजराइल के खाना होसकता दाना मे कमि कर के देला से भि होसकता ।

१३) मछली के दाना कईसन खिया रहल बा किसान लोग राउरा लोगन कईसन सिफारीस कईले बानी ?

– पहिले सेही दाना के रूप मे तोरी के खरी खियावत आईल बा ओमे (ँऋच्, द्धःज्ञ) जवना मे खरी चार किलो मे एक किलो मछली बढ सकत बा अभि भि अधिक किसान ओही प्रणाली पर अधारीत बा हमनी प्रविधिक के सिफारीस बनावल दाना खियावे के करहल बानी जवना मे (ँऋच् द्दःज्ञ) दु किलो दाना मे एक किलो मछली बढा सकल जा सकल जाता उत्पादन बढ सकता आ लागत मे कमी होसकता ।

१४) मछली पालन सुरू भईला से रोजगारी केतना लोग के मिलल बा ?

– मछली पालन सुरू भईल बा जब से पोखरा खनावल परिवार मे से विदेश जायेके कमि आईल बा उ लोग काम मे परिवार के सभे लोग भाग बन्डा कर के काम मे लागल बा मछली के बियाँ बनावेला बारा मे करिब १८ गो हेचरी फर्म खुलल बा जवना मे जनकार भारत के १५ लोग के रोजगारी मिलल बा आ उ लोग के मजदुरी से घर परिवार मे सहयोग मिलल रहल बा ।

१५) अन्त मे डाक्टर साहेब किसान लोग के का सुझुव सल्लाह देवे के चाहम ?

– अभि प्राविधिक युग रहल बा जवन भि व्यवसाय सञ्चालन करहल बानी त प्राविधिक मैत्री कईला पर सफल बन सकत बानी आ व्यवसाय बढ सकेके सल्लाह सुझाव देवे के चाहम ।

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