दशहरा मे दुर्गा पुजा के रौनक गाँव–गाँव मे बढरहल
प्रभु यादव
बारा २८ कुवार
बारा के गाँव–गाँव मे दुर्गा पुजा करेवाला दिन दिने बढरहल बाडन । कलैया उपमहानगरपालिका के बरेवा बैरिया मे सब से पुरान भवानी मेला लागत रहल रहे ।
अभि कलैया बजार, देवकोटा चौक, सिसहनीया चौक, मोतिसर, मटिअर्वा, उतरझिटकैया, अवधापुर, दोहरी, मटेरिया, सखुई, बघवन, भवरा, पिपराढी, सिसवा महेशपुर, पर्सा, ब्रह्मपुरी लगायत के गाँव मे भवानी के मुर्ति राख के दुर्गा पुजा करहल बाडन । प्रसौनि गाँवपालिका के प्रसौनी, प्रस्टोका, फेटा, भलुही, बरियारपुर, गंजभवानीपुर, सिम्रौनढ लगायत के गाँव मे नवरात्री दुर्गापुजा के अवसर मे पहिलका दिन घटस्थापना के दिन जलजात्रा के आयोजना कईले रहल रहे । पहिले पहिले पहाडी समुदाय मे विशेष महत्व दशहरा के रहल रहे माकिर अभि मधेशी समुदाय मे दिन दिन महत्व बढ रहल कलैया २ के रामनारायण राउत बतवले बानी । पहिले–पहिले बारा जिल्ला के बरेवा बैरिया मे दुर्गा भवानी के मुर्ति बनत हरहल रहे ओजगह दुर–दुर के दर्शनार्थी आवत रहलन, अभि गाँव–गाँव मे दुर्गा के मुर्ति बना करके पुजा के आयोजना कर रहल कलैया १ के जगजिवन यादव बतावले बानी ।
दशहरा मे झिझिया लईकी लोग समूह बना के खेलत रहल रहे माकिर अभि दुर्गा पुजा के उपवास रह के पुजा पाठ मे लागल देखल जारहल उतरझिटकैया के गोरख यादव बतावले बतावले बानी । परम्परागत झिझिया आ झारफुक के टेका पाछ पर रहल बा दुर्गा पुजा अधिक करेवाला लोग बढरहल भोजपुरी कवि रामप्रसाद साह बतावले बानी ।
दिन दिने परम्परागत संस्कृति छुटल जारहल बा आ नयाँ ओर आकर्षण बढते जारहल कवि साह बतावले बानी । मधेश प्रदेश के पुर्व मे झिझिया के आयोजना करके कार्जक्रम होरहल बा माकिर बारा मे गाँव–गाँव मे घटस्थापना से ही गित सहित हजारो छेद भईल घैला लेके घुमल देखल जात रहल जवन भुलाई जारहल कवि साह बतावले बानी ।